Delhi Flood Video: दिल्ली में बाढ़ का पानी भरने के कारण इर्द-गिर्द के क्षेत्र और राहत शिविर अब भी जलमग्न हैं। इधर बाढ़ का पानी दिल्ली सचिवालय के पास पहुंच गया, जहां मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्रियों और प्रमुख नौकरशाहों के कार्यालय हैं।
मोनेस्ट्री बाजार और यमुना बाजार भी जलमग्न
वासुदेव घाट के आसपास के इलाकों में भी पानी भर गया है। मयूर विहार फेज एक जैसे कुछ निचले इलाकों में भी बाढ़ का पानी भर गया है, यहां तक कि वहां बने राहत शिविर भी जलमग्न हो गए हैं। मोनेस्ट्री बाजार और यमुना बाजार जैसे क्षेत्र अब भी जलमग्न हैं। निवासियों को आशा है कि पानी कम हो जाएगा और सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी।
हर वर्ष यमुना करती है हनुमान का स्नान
कश्मीरी गेट के पास श्री मरघट वाले हनुमान बाबा मंदिर तक भी बाढ़ का पानी पहुंच गया है। एक श्रद्धालु ने कहा, ‘‘हर वर्ष जब यमुना का जलस्तर बढ़ता है तो इससे भगवान हनुमान का स्नान होता है। यह पवित्र जल है। हम इसका सम्मान करते हैं।’’
दिल्ली के वासुदेव घाट के आसपास इलाकों में भरा पानी 1
निगमबोध घाट में घुसा बाढ़ का पानी, दाह संस्कार रुका
निगमबोध घाट में बुधवार को बाढ़ का पानी भर गया, जिससे दाह संस्कार कार्य रुक गया। गीता कॉलोनी श्मशान घाट भी पानी में डूब गया। हालांकि, गीता कॉलोनी श्मशान घाट के प्रमुख संजय शर्मा ने कहा कि दाह संस्कार का कार्य बंद नहीं किया है। उन्होंने दावा किया, ‘‘2023 में श्मशान घाट में पानी घुस गया था और आज फिर से लगभग 10 फुट तक पानी भर गया है। हानि बहुत बड़ा है क्योंकि बाहर रखी सारी लकड़ियां बर्बाद हो गई हैं। हमें प्रशासन से कोई सहायता नहीं मिल रही है।’’ उन्होंने कहा, वैसे कुछ श्मशान घाट पहले ही बंद कर दिए गए हैं इसलिए लोग दूर-दूर से यहां आ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम किसी तरह आखिरी संस्कार का व्यवस्था कर रहे हैं। श्मशान घाट के अंदर की सड़क ही इस्तेमाल के लायक बची है। फिलहाल, हम सड़क पर ही दाह संस्कार कर रहे हैं। यदि जलस्तर और बढ़ा तो वह भी बंद हो सकती है।’’
8,018 लोगों को तंबुओं के बने आश्रय स्थलों में पहुंचाया गया
दिल्लीवासियों के लिए यह दोहरी मार है क्योंकि पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश के कारण जलजमाव की परेशानी से यातायात जाम हो गया है वहीं यमुना नदी में उफान के कारण बाढ़ आ गई है। बाढ़ से प्रभावित 8,018 लोगों को तंबुओं के बने आश्रय स्थलों में पहुंचाया गया है, जबकि 2,030 लोगों को 13 स्थायी आश्रय स्थलों में पहुंचाया गया है। गवर्नमेंट ने बल देकर बोला है कि घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है और वह स्थिति पर 24 घंटे नजर रख रही है।