Jammu and Kashmir: सुरक्षा बलों को सर्दियों के मौसम की आरंभ से पहले नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाक स्थित आतंकियों द्वारा घुसपैठ की कोशिशों में वृद्धि की संभावना है। नियंत्रण रेखा पर रेड अलर्ट है और हर तरफ चौकसी बढ़ाई गई है। हाल ही में प्राप्त सूचनाओं और खुफिया रिपोर्टों से पता चलता है कि लश्कर-ए-तैयबा (Let) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और हिज्बुल-मुजाहिदीन (HM) जैसे आतंकी समूह फिर से संगठित हो रहे हैं और पाक स्थित प्रशिक्षित आतंकियों को सीमा पार लॉन्च पैड पर तैनात कर घुसपैठ के अवसरों की प्रतीक्षा कर रहे हैं। भारी बर्फबारी से पहाड़ी दर्रे बंद होने से पहले जम्मू कश्मीर में घुसपैठ करना चाहते हैं।
सुरक्षा ऑफिसरों का मानना है कि आतंकी घने जंगलों में कोहरे के कारण खराब मौसम और खराब दृश्यता का लाभ उठाकर नियंत्रण रेखा पार करने की प्रयास करेंगे। इस सूचना के उत्तर में सुरक्षा बलों ने अपनी सतर्कता बढ़ा दी है और नियंत्रण रेखा तथा अंतर्राष्ट्रीय सीमा (IB) पर नज़र बढ़ा दी है और गश्त की आवृत्ति बढ़ा दी है। सेना ने पहाड़ी दर्रों को सील करके, नज़र उपकरणों को उन्नत करके और सैनिकों की फिर से तैनाती करके अपने घुसपैठ-रोधी तंत्र को मजबूत करने के लिए एक व्यापक अभ्यास प्रारम्भ किया है। आतंकियों की बदलती रणनीति का मुकाबला करने के लिए सुरक्षा बल थर्मल इमेजर, उन्नत कैमरे और ड्रोन जैसी उन्नत तकनीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
बीएसएफ के एडीजी सतीश एस खंडारे ने बोला कि हमें लगातार मिल रही सूचनाओं के अनुसार, हमारे पड़ोसी राष्ट्र द्वारा आतंकियों को हमारे क्षेत्र में भेजने के लिए आतंकवादी लॉन्चपैड बनाए जा रहे हैं। इंडियन आर्मी के साथ, सीमा सुरक्षा बल सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित कर रही है। हम आमतौर पर सर्दियों के आगमन से पहले घुसपैठ की कोशिशों में वृद्धि देखते हैं, और इसे ध्यान में रखते हुए, सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
सुरक्षा बलों को खुफिया जानकारी मिली है कि सीमा पार लॉन्चपैड पर 120 से अधिक आतंकी उपस्थित हैं, जो जम्मू और कश्मीर में घुसपैठ करने और क्षेत्र की शांति भंग करने की फिराक में हैं। इस आसन्न खतरे का मुकाबला करने के लिए, सुरक्षा बलों ने सीमा सुरक्षा ग्रिड को काफी मजबूत किया है, नज़र बढ़ाई है और नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा प्रबंध को मजबूत किया है ताकि किसी भी घुसपैठ को रोका जा सके और स्थिरता बनाए रखी जा सके।
कश्मीर में आतंकवादी हुए सक्रिय
अशोक यादव, आईजी सीमा सुरक्षा बल कश्मीर ने बोला कि आतंकी लॉन्च पैड एक्टिव हैं, जहां लगभग 100-120 विदेशी आतंकी तैनात हैं और घुसपैठ करने की फिराक में हैं। हालांकि, हमारे मजबूत घुसपैठ-रोधी तरीका बहुत सावधान हैं, जो हमारे क्षेत्र में किसी भी अनधिकृत प्रवेश को कारगर ढंग से रोकते हैं। सर्दियों के प्रारम्भ होने में दो महीने बाकी हैं, इसलिए हमारी सेनाएं यह सुनिश्चित करने के लिए हाई अलर्ट पर हैं कि कोई घुसपैठ न हो।
मंगलवार को इंडियन आर्मी ने जम्मू और कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर कुपवाड़ा जिले के माछिल सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर एक सफल घुसपैठ-रोधी अभियान चलाया और दो आतंकियों को मार गिराया। इस अभियान में भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया। यह अभियान विशिष्ट खुफिया सूचनाओं के आधार पर प्रारम्भ किया गया था। 4 अक्टूबर को भी इसी तरह के अभियान चलाए गए थे जिसमें दो घुसपैठिए मारे गए थे। सितंबर में व्हाइट नाइट कोर के सैनिकों ने पुंछ के मेंढर सेक्टर में आतंकियों की घुसपैठ की प्रयास का पता लगाया और उसे असफल कर दिया। यह सुरक्षा बलों की तत्परता को दर्शाता है।
सुरक्षा बलों ने जारी किया अलर्ट
जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर सुरक्षा बलों ने सर्दियों के आगमन के साथ घुसपैठ की संभावित कोशिशों को रोकने के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है और गश्त में गौरतलब वृद्धि कर दी है। यह मानक परिचालन प्रतिक्रिया उन खुफिया रिपोर्टों पर आधारित है जो दर्शाती हैं कि पाक स्थित आतंकी समूह सर्दियों की आरंभ से पहले आतंकियों को सीमा पार भेजेंगे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में एक उच्च-स्तरीय सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता की और सुरक्षा बलों को सर्दियों के दौरान घुसपैठ की कोशिशों को रोकने के लिए हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया ताकि जम्मू और कश्मीर को आतंकवाद मुक्त बनाया जा सके।