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तेजस MK1 डिलीवरी में कोताही होने पर गुस्से से लाल हुआ एयरफोर्स चीफ का मुंह

by admin477351

देश की सबसे अहम फाइटर जेट प्रोजेक्‍ट में से एक तेजस MK1 को लेकर अब एयरफोर्स चीफ एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने खुलकर चिंता जाहिर की है। दिल्ली में हुए CII एनुअल बिजनेस समिट में उन्‍होंने बोला कि हम केवल मेक इन इण्डिया की बात नहीं कर सकते, अब समय है डिजाइन इन इण्डिया का भी। IAF चीफ ने बहुत साफ शब्दों में कहा, कॉन्ट्रैक्ट्स तो साइन हो जाते हैं, लेकिन सिस्टम कभी आते ही नहीं। उनके इस बयान ने राष्ट्र की डिफेंस इंडस्ट्री के सामने एक बड़ा प्रश्न खड़ा कर दिया है।
तेजस MK1A का अब तक नहीं आया एक भी जेट
एयर चीफ मार्शल ने कहा कि उन्हें वादा किया गया था कि फरवरी 2025 तक हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) 11 तेजस MK1A फाइटर जेट्स तैयार कर देगा। लेकिन, एक भी तैयार नहीं हुआ। उन्होंने कहा, HAL अभी भी मिशन मोड में नहीं है। हमें केवल निर्माण नहीं, भरोसे के साथ तेजी से डिलिवरी भी चाहिए।

चर्चिल की बात याद दिलाते हुए दिया गहरा संदेश
IAF चीफ ने ब्रिटेन के युद्धकालीन पीएम विंस्टन चर्चिल का हवाला देते हुए कहा, क्यों वो वादे करो जो पूरे ही नहीं कर सकते? हर किसी के जीवन में एक पल आता है जब उन्हें अपने हुनर के हिसाब से कुछ विशेष करने का मौका मिलता है, लेकिन यदि आप उस समय तैयार नहीं हुए, तो वह सबसे बड़ा हानि होता है। उन्होंने यह भी बोला कि तेजस MK2 का प्रोटोटाइप अब तक सामने नहीं आया है, जबकि हमें अगली पीढ़ी की लड़ाकू क्षमताओं की आवश्यकता अभी है, ना कि 10 वर्ष बाद।सालों पुराने कॉन्ट्रैक्ट, नतीजा शून्य
तेजस MK1 की पहली डील IAF और HAL के बीच दिसंबर 2010 में ₹5,989 करोड़ में हुई थी, जो अब बढ़कर ₹6,542 करोड़ हो चुकी है। इसके बाद 2021 में रक्षा मंत्रालय ने ₹48,000 करोड़ की डील साइन की थी, जिसके अनुसार 83 तेजस MK1A मार्च 2024 से डिलिवर होने थे, लेकिन 2025 तक भी एक भी जेट वायुसेना को नहीं मिला है।

देश की रक्षा से बड़ा कुछ नहीं
एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने पहले भी बोला था कि आत्मनिर्भरता महत्वपूर्ण है, लेकिन यह राष्ट्र की सुरक्षा की मूल्य पर नहीं होनी चाहिए। उन्होंने दो टूक कहा, हमें चाइना से बेहतर रहना था, लेकिन अब हम पीछे रह गए हैं और अब इसकी भरपाई महत्वपूर्ण है।

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