रूस यूक्रेन युद्ध को रुकवाने के कोशिश में आज का दिन बहुत अहम रहने वाला है. पुतिन से अलास्का में ट्रंप की मुलाकात हो चुकी है. पुतिन वापस मॉस्को पहुंच चुके हैं. लेकिन अब जेलेंस्की अमेरिका में पहुंचकर बड़ा धमाका करने वाले हैं. व्हाइट हाउस में जेलेंस्की की डोनाल्ड ट्रंप के साथ बैठक होने वाली है. लेकिन सबसे अहम ये है कि जेलेंस्की अकेले शामिल होने नहीं पहुंचे हैं बल्कि पूरा पांच राष्ट्रों का जमावड़ा अपने साथ लेकर पहुंचे हैं. जिसके बाद बोला जा रहा है कि जेलेंस्की की तरफ से एक बड़ा दबाव ट्रंप पर बनाने की प्रयास की गई है. आपको बता दें कि जेलेंस्की उसी व्हाइट हाउस में मुलाकात करने वाले हैं, जिसमें कुछ दिन पहले ट्रंप के साथ उनकी तगड़ी बहस हो गई थी.
बिना खाना-पानी व्हाइट हाउस से ट्रंप ने किया था रवाना
आपको बता दें कि 28 फरवरी को यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेन्स्की अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प से मिले. बात शांति बहाल पर होनी थी. लेकिन ये हो न सका. जेलेन्स्की व्हाइट हाउस से बाहर आए. मीडिया रिपोर्ट्स ने ये बोला कि उन्हें निकाला गया. इसके बाद ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर लिखा कि जेलेन्स्की शांति नहीं चाहते. जब उन्हें पीस चाहिए हो, तब वो वापस आ सकते हैं. पर जिस कूचे से जेलेन्स्की बेआबरू होकर निकले. वहां वापस लौटना उन्हें गंवारा न था. सो वो वाइट हाउस दोबारा नहीं गए. फिर हेडलाइन छपी की ट्रम्प सेंड जेलेन्स्की होम विथ नो डील एंड नो मील. बाइडन गवर्नमेंट ने लोकतंत्र और पुतिन के विस्तारवादी अजेंडा को रोकने के लिए यूक्रेन की सहायता की थी, जबकि ट्रंप ने इसे सौदेबाजी में बदल दिया.
ज़ेलेंस्की आज वाशिंगटन क्यों जा रहे हैं?
ट्रंप और ज़ेलेंस्की के बीच व्हाइट हाउस में यह मुलाकात 15 अगस्त को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति की अलास्का शिखर वार्ता के बाद हो रही है. दोनों नेताओं ने उस मुलाकात को ऐतिहासिक बताया, लेकिन साढ़े तीन वर्ष से चल रहे युद्ध का कोई तुरन्त निवारण नहीं निकल पाया. ज़ेलेंस्की पहले सप्ताहांत में ब्रुसेल्स गए थे जहाँ उन्होंने यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन, जो यूरोपीय संघ की एक शीर्ष नेता हैं, से मुलाकात की और व्हाइट हाउस में ट्रंप के साथ बैठक की तैयारी के लिए अन्य नेताओं के साथ वीडियो कॉल पर वार्ता की. ज़ेलेंस्की ने ब्रुसेल्स में वॉन डेर लेयेन के साथ खड़े होकर बोला कि यह बहुत आवश्यक है कि आप हमारे साथ रहें और हम मिलकर अमेरिका से बात करें. ज़ेलेंस्की ने बोला कि यह बहुत आवश्यक है कि यूरोप अभी भी उतना ही एकजुट रहे जितना आरंभ में था जैसा 2022 में था, जब रूस ने यूक्रेन पर बड़े पैमाने पर आक्रमण किया था. उन्होंने आगे बोला कि यह एकता वास्तव में शांति को बढ़ावा देने में सहायता करती है और इसे मज़बूत बनाए रखना होगा.
ज़ेलेंस्की के साथ वाशिंगटन कौन जा रहा है?
ब्रुसेल्स में अपनी बैठक के बाद, ज़ेलेंस्की अब वाशिंगटन डीसी के लिए रवाना होंगे. हालाँकि, वह अकेले नहीं होंगे. यूक्रेनी नेता के साथ ब्रिटेन के पीएम कीर स्टारमर भी होंगे, जिन्हें कई लोग ‘ट्रम्प व्हिस्परर’ मानते हैं. द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ और फ्रांस के इमैनुएल मैक्रों के साथ-साथ यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन भी होंगी, जो एक आर्थिक महाशक्ति के रूप में यूरोप के संयुक्त महत्व की याद दिलाएँगी. इटली की पीएम जियोर्जिया मेलोनी और फ़िनलैंड के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब भी इस बैठक में शामिल होंगे. नाटो के महासचिव मार्क रूट भी आज ज़ेलेंस्की के साथ ओवल ऑफिस जाएँगे. संयुक्त देश में फ़्रांस के सैन्य मिशन के पूर्व प्रमुख, सेवानिवृत्त फ़्रांसीसी जनरल डोमिनिक ट्रिनक्वांड ने स्काई न्यूज़ को कहा कि यूरोपीय नेता ज़ेलेंस्की के साथ इसलिए यात्रा कर रहे हैं क्योंकि वे ओवल ऑफिस वाली घटना के दोहराए जाने से बहुत डरते हैं और इसलिए वे ज़ेलेंस्की का पूरा समर्थन करना चाहते हैं.