Yoga For Weight loss, fertility And conceiving: योग वजन नियंत्रित रखने, शरीर को सुडोल और स्वास्थ्य वर्धक बनाए रखने के साथ ही कई स्वास्थ्य फायदा दे सकता है. योगाभ्यास से शीघ्र गर्भधारण करने में भी सहायता मिलती है. स्त्री स्वास्थ्य के लिए तो योग बहुत कारगर प्राकृतिक तरीका है, जो उन्हें कई रोंगों और शारीरिक और मानसिक स्थिति से सुरक्षित रख सकता है. हालांकि कामकाजी स्त्री हो या गृहणी हों, अधिकांश स्त्रियों के पास स्वयं की देखभाल का समय कम होता है. जॉब और घर को संभालने के लिए बीच उनके लिए कुछ समय निकालकर योग करना कठिन हो जाता है.
ऐसे में कुछ योग रात में सोने से पहले किए जा सकते हैं. बिस्तर पर लेटकर इन योगासनों का अभ्यास सरलता से कर सकते हैं. इसके लिए आपको केवल पांच से 10 मिनट का समय चाहिए. कुछ योगासन यहां बताए जा रहे हैं, जो वजन कम करने, पीठ और कमर के दर्द से राहत दिलाने और शीघ्र गर्भ धारण करने में असरदार हैं. रात में सोने से पहले बिस्तर पर लेटकर इन योगासनों का अभ्यास करके शरीर की अतिरिक्त चर्बी को कम किया जा सकता है, प्रजनन क्षमता को बढ़ाया जा सकता है और बेहतर नींद में भी सहायता कर सकता है.
पवनमुक्तासन
महिलाओं के लिए पवनमुक्तासन का अभ्यास लाभ वाला होता है. पेट संबंधी समस्याओं जैसे कब्ज, गैस और पाचन क्रिया में सुधार के साथ ही मासिक धर्म संबंधी विकारों को भी यह आसन दूर करता है. इसके अतिरिक्त पेट की चर्बी कम करने, रीढ़ की हड्डी मजबूत बनाने और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार में भी असरदार है.
इसके अभ्यास के लिए पीठ के बल लेटकर घुटनों को मोड़ें और पैरों को छाती की ओर उठाएं. हाथों से घुटनों को पकड़कर सांस लेते हुए छाती की ओर खींचें. कुछ देर तक सांस रोकें फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए पैरों को वापस लाएं. यह आसन 3-5 बार दोहराएं.
सुप्त बद्ध कोणासन
यह आसन प्रजनन अंगों, पाचन तंत्र और मन को शांत करने में सहायता करता है. इसके अभ्यास से जांघ, कमर और घुटनों में खिंचाव आता है, थकान और तनाव कम होता है. सुप्त बद्ध कोणासन के अभ्यास के लिए पीठ के बल लेटकर पैरों को एक साथ लाएं और घुटनों को बाहर फैलाएं. अब पैरों के तलवों को साथ लाकर उन्हें पकड़ लें. छाती और पीठ को धीरे से रिलैक्स करें. इस आसन को कुछ देर करें, फिर धीरे से वापस पुरानी स्थिति में आ जाएं.
अनंतासन
अनंतासन का अभ्यास पूरे शरीर के ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है. घुटनों, टखनों और जांघों की मांसपेशियों को मजबूत करता है. इससे कूल्हों, रीढ़ और छाती की मांसपेशियों को अच्छा खिंचाव मिलता है. पाचन, ब्लड प्रेशर और पेट और कमर की चर्बी को कम करने में भी यह आसन लाभ वाला है.
इस आसन के अभ्यास के दाईं करवट लेकर लेट जाएं. अब दाएं हाथ को कोहनी से मोड़ते हुए सिर को सहारा दें. फिर बाएं हाथ से बाएं पैर के अंगूठे को पकड़कर पैरों को ऊपर की ओर सीधा करें. इस दौरान बायां पैर और बायां हाथ ऊपर की ओर सीधे रखें. इस अभ्यास को 15 से 30 मिनट तक करने का कोशिश करें. फिर करवट बदलकर दूसरी ओर से भी दोहराएं.